वीएसटी वर्तमान में , तीन सर्वेक्षणों में एक ही भूमिका निभा रहा है, डार्क मैटर का रहस्य जानने के लिए मदद , दुर्लभ वस्तुओं की खोज, हमारी आकाशगंगा की उत्पत्ति के बारे में सीखने के अलावा और बहुत कुछ !
मानव दृष्टि से परे चीजों को देखने की क्षमता हमेशा लोगों को आकर्षित करती है | 400 से अधिक साल पहले दूरबीन के आविष्कार के बाद से वे कई आकृति और आकारो में, कई विभिन्न उपयोगों के लिए बनाई गई हैं |
यह बहुत कम लोग जानते हैं कि पहली बार दूरबीन को 1600 के आसपास डच द्वारा बनाया गया था और दूर के, दुश्मन जहाजों को देखने के लिए इस्तेमाल किया गया था | उस समय दूरबीन को ' लुकिंग ग्लास ' या ' शीशा' भी कहा जाता था |
रात को आसमान की ओर इस 'शीशे' या 'दूरबीन' से देखेने वाले प्रसिद्ध इतालवी वैज्ञानिक गैलीलियो गैलीली थे | वे अपनी दूरबीन से चंद्रमा पर खड्डे सहित, बृहस्पति के चार सबसे बड़े उप-ग्रहो के साथ-साथ और भी कई आश्चर्यजनक विशेषताओं को देखने वाले पहले व्यक्ति बने |
400 साल पहले , आधुनिक खगोलविदों ने मानव आँख से दूरबीन के द्वारा छिपे रहस्यो को प्रकट करा था, उसका ही एक और उदाहरण है वीएसटी नामक सर्वेक्षण टेलीस्कोप , जो की हमारे ब्रह्मांडीय पड़ोस का मानचित्रण बनाकर, आकाश गंगा के निर्माण के रहस्यए को उजागर करने में हमारी मदद कर रहा है |
आकाश गंगा में कई प्रभावशाली स्थलों में से एक लैगून नेबुला है | यह प्रभावशाली नयनाभिराम ( व्यापक ) तस्वीर वीएसटी की फोटो लेनी की क्षमता को दर्शाता है | यह लैगून नेबुला, ब्रह्मांडीय धूल से बना ,गैस का एक विशाल बादल है, जो की 100 प्रकाश वर्ष दूर है | यह दूरी सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी से 5 लाख गुना ज़्यादा है!
वीएसटी एक सर्वेक्षण टेलीस्कोप है | इसलिए यह एक ही बार में आकाश के बड़े हिस्से को देख सकता है | इसे आकाश की भारी मात्रा में जानकारी एकत्र करने के लिए बनाया गया है, ताकी यह जानकारी अध्ययन करने के लिए उपलब्ध कराई जा सके |
वीएसटी वर्तमान में , तीन सर्वेक्षणों में एक ही भूमिका निभा रहा है, डार्क मैटर का रहस्य जानने के लिए मदद , दुर्लभ वस्तुओं की खोज, हमारी आकाशगंगा की उत्पत्ति के बारे में सीखने के अलावा और बहुत कुछ !
Megha Rajoria